कुतुब मीनार के बारे में लगभग हम सब ने सुना है लेकिन क्या आप लोगों को पता है कि कुतुब मीनार की लंबाई कितनी है? काफी लोगों के मन में यह सवाल रहता है, कि कुतुब मीनार की लंबाई कितनी होगी और काफी लोग इसके बारे में पता करने की भी कोशिश करते हैं, अगर आप छात्र हैं तो आपने कभी ना कभी किसी ना किसी पेपर में इस सवाल को जरूर देखा होगा। तो हम लोग आज इस लेख में कुतुब मीनार के बारे में ही बात करेंगे और उससे जुड़े हुए सभी सवालों के जवाब जानेंगे की कुतुब मीनार की लंबाई कितनी है, और इसे किसने बनवाया है?
कुतुब मीनार की लंबाई -Kutub minar ki lambai kitni hai
जैसे की हम सब जानते हैं, क़ुतुब मीनार दुनिया की सबसे बड़ी मीनार है। इसकी ऊंचाई 72.5 मीटर है इसके अंदर 379 सीढ़ियां है। क़ुतुब मीनार को 1993 में यूनेस्को के द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था। यह भारत के दिल्ली में महरौली में स्थित है। कुतुबमीनार का व्यास नीचे से 14.03 मीटर है, ऊपर की ओर कम गोलाकार है जिसकी वजह से इसका ऊपर का व्यास 2.75 मीटर है और इसके अंदर केवल 5 मंजिल हैं, कुतुब मीनार के चारों ओर भारतीय कला के नमूने शामिल दिखाई देते हैं।
कुतुब मीनार दिल्ली में स्थित है, दिल्ली भारत की राजधानी ही नहीं बल्कि यह एक प्राचीन शहर भी है। जहां पर प्राचीन भारत के काफी नमूने दिखाइ देते हैं, उन्ही नमूनों में से कुतुबमीनार भी एक है कुतुब मीनार का इतिहास बहुत पुराना है, इसे दुनिया की सबसे ऊंची ईट से बनाया गया था।
कुतुब मीनार दिल्ली में घूमने जाने वाले स्थानों में से एक प्रसिद्ध स्थान है, यहां हर साल इस मीनार को देखने बहुत लोग आते हैं। यहां पर बहुत सारी फिल्मों की शूटिंग भी हो चुकी है, और इसका उपयोग बहुत सारे फिल्मी टेलीविजन शो में भी किया गया जिसकी वजह से यह बहुत बड़ा टूरिस्ट स्पॉट भी है।
कुतुब मीनार के भीतर एक लोहे का खम्मा लगा हुआ है, इसके बाद भी यह भूकंप में काफी बार क्षतिग्रस्त हो चुका है। कुतुब मीनार दिल्ली के लोकप्रिय स्थानों में से एक मानी जाती है, इसे देखने के लिए हजारों लोग आते हैं। कुतुब मीनार का निर्माण मार्बल और बलुआ पत्थर से किया गया।
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कुतुब मीनार को कब और किसने बनवाया था-
कुतुबमीनार को दिल्ली की प्रथम मुस्लिम शासक कुतुबुद्दीन ऐबक ने बनवाया था। इन्होंने सन 1193 में अफगानिस्तान में बनी जाम की मीनार को देखकर इसको बनवाया था, लेकिन कुतुबुद्दीन ऐबक ने कुतुबमीनार का केवल आधार बनवाया था, उसके बाद इसके ऊपर की 3 मंजिलों को इनके उत्तराधिकारी इल्तुतमिश ने बनवाया था और इसकी अंतिम और पांचवी मंजिल फिरोज शाह तुगलक में 1368 में बनवाई थी।
कुतुबमीनार को बनने में कितना समय लगा-
माना जाता है कि कुतुबमीनार को बनने में लगभग 175 वर्ष का समय लगा था, क्योंकि कुतुब मीनार का निर्माण सन 1193 में शुरू हुआ था और 1368 में पूरा हुआ था लेकिन उसका सही अंदाजा नहीं लगाया जा सकता की कुतुब मीनार को बनने में कितना समय लगा क्योंकि इसमें कई वर्षों बाद पुनः काम शुरू किया गया था, 1193 में कुतुबुद्दीन ऐबक ने इसका काम तो शुरू करवा दिया था लेकिन उन्होंने सिर्फ इसका आधार बनवाया था जबकि इसकी तीन मंजिल इल्तुतमिश ने बनवाई थी, और पांचवी मंजिल 1368 में फिरोजशाह तुगलक ने बनवाई थी इसलिए इसका काम काफी वर्षों तक चलता रहा था बीच में रुक कर फिर पुनः शुरू हो जाता था।
कुतुब मीनार क्यों बनवाई गई थी –
जैसा कि अभी हमने बताया था कि कुतुबमीनार अफगानिस्तान की जाम मीनार को देखकर उस से प्रेरित होकर कुतुबुद्दीन ऐवक ने बनवाई थी, लेकिन इसको लेकर एक बात यह भी कहीं जाती है, कि इस मीनार को टांसऑक्सियाना से आए एक महान सूफी संत के सम्मान के लिए बनवाया गया था।
किसके नाम पर कुतुबमीनार का नाम रखा गया था –
कुतुब मीनार के नाम पर आज भी बहुत जगह पर वाद विवाद है, कहा जाता है कि – कुतुबुद्दीन ऐबक के नाम पर कुतुबमीनार का नाम है लेकिन कुछ लोगों के अनुसार माना जाता है कि का नाम संत ख्वाजा कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी के नाम पर रखा गया है।
कुतुब मीनार से जुड़ी हुई कुछ जरूरी बातें –
1- कुतुबमीनार विश्व की सबसे ऊंची मीनार है, जिसका निर्माण ईट द्वारा किया गया है।
2- कुतुबमीनार को सन 1993 को यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल सूची में शामिल किया गया।
3- कुतुब मीनार के भीतर एक लोहे का स्तंभ है जो काफी विशेषता और रहस्यों से भरा हुआ है।
4- जिस जगह पर आज कुतुबमीनार बना है वहां पहले 30 जैन मंदिर बने थे जिन्हें नष्ट करके कुतुब मीनार बनाई गई थी।
5- कुतुब मीनार के चारों ओर सुंदर कलाकृतियां और रचनाएं बनी हुई है।
6- कुतुबमीनार को बनाने वाले वस्तुकारों में से एडमिन लुटियंस भी एक थे। यह ब्रिटेन की एक लोकप्रिय वास्तुकार है।