आज का हमारा आर्टिकल ORS Full Form in Hindi से संबंधित है।ओआरएस फुल फॉर्म क्या है? ORS Full Form Oral Rehydration Solution है। ओआरएस फुल फॉर्म ओरल रिहाइड्रेशन है।
ORS Full Form-ORS क्या है?
ORS एक मेडिकल सलूशन है जिसे शरीर में पानी की कमी होने पर पीड़ित को दिया जाता है। शरीर में पानी की कमी होने से शरीर में मौजूद इलेक्ट्रोलाइट तत्व बिगड़ जाता है जिस वजह से रोगी को दस्त आना, उल्टी होना, सिर दर्द, बेहोशी छाना आदि समस्याएं होने लगती है। ORS का घोल व्यक्ति के शरीर में सोडियम और पोटेशियम की सामान्य मात्रा बनाए रखने में मदद करता है जिस वजह से शरीर में मौजूद आंतों को पानी को अवशोषित करने का मौका मिल जाता है और इससे रोगी के शरीर में पानी की आपूर्ति हो जाती है।
ORS का घोल सदियों से शरीर में पानी की कमी को पूरा करता आया है और यह आसानी से किसी भी मेडिकल स्टोर पर उपलब्ध हो जाता है। सभी हॉस्पिटल और चिकित्सक दस्त या उल्टी जैसी बीमारियां होने पर ओआरएस घोल को नियमित रूप से लेने की सलाह देते हैं। चिकित्सक ज्यादातर बच्चों को ओआरएस का घोल पीने की सलाह देते हैं क्योंकि छोटे बच्चों में उल्टी और दस्त की समस्या सामान्य रूप से देखी जाती हैं।
ORS का उपयोग कैसे करें?
ओआरएस घोल देने की मात्रा शिशु और बड़े व्यक्ति में अलग-अलग तरह से बताई गई है। यदि छोटे बच्चे को दिन में 3 बार से ज्यादा दस्त हो तो उसे ओआरएस का घोल देना चाहिए। छोटे बच्चों के लिए बाजार में ओआरएस घोल मौजूद होता है जिसे आप किसी भी मेडिकल स्टोर से ला सकते हैं। ओआरएस घोल के पैकेट पर इसे बनाने की पूरी विधि लिखी होती है। इसके अलावा ओआरएस घोल को सिर्फ साफ पानी में तैयार किया जाता है। ओआरएस घोल को पैकेट पर दिए निर्देशों के साथ तैयार करना चाहिए और बच्चे को कप या कटोरी की मदद से थोड़ा-थोड़ा पिलाते रहना चाहिए।
छोटे बच्चों को ओआरएस घोल की कितनी मात्रा देनी चाहिए?
शरीर में पानी की कमी होने पर 2 साल से कम आयु के बच्चों को एक चौथाई से आधा कप ओआरएस घोल को पिलाना चाहिए। इसके अलावा 2 साल से ऊपर के शिशु को दस्त होने पर आधा कप से लेकर 1 कप तक ओआरएस का घोल पिलाना चाहिए।
व्यस्कों को ओआरएस घोल की कितनी मात्रा देनी चाहिए?
यदि वयस्कों को शरीर में पानी की कमी हो जाती है तो उन्हें दिन में 1 से 3 लीटर तक ओआरएस घोल दिया जा सकता है।
बच्चे को दस्त होने पर किस स्थिति में डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए?
यदि बच्चे को दस्त हो गए हैं और ओआरएस घोल पिलाने के बावजूद भी अगर इन लक्षणों को बच्चों में पाया जाता है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। यह लक्षण इस प्रकार हैं-:
- शिशु के सिर का कुछ भाग मुलायम हो जाना।
- बच्चे का मुंह सूख जाना।
- रोने पर बच्चे की आंखों से आंसू ना आना।
- बच्चे की सांसे तेज चलना।
- बच्चे को गहरे या पीले रंग के दस्त आना।
- बच्चे को सर्दी जुकाम हो जाना या उसके पैर पर धब्बे होना।
- बच्चे का सामान्य से ज्यादा सुस्त पड़ जाना।
ORS घर में कैसे बनाएं?
यदि आप घर में ही ओआरएस बनाना चाहते हैं तो आप इस विधि का प्रयोग करके ओआरएस घोल को घर पर तैयार कर सकते हैं-:
- सबसे पहले आप आधा चम्मच नमक लें।
- इसके बाद आप 6 छोटी चम्मच चीनी लें।
- एक बर्तन में 1 लीटर पानी उबालकर उसे ठंडा कर लें।
- पानी में नमक और चीनी को तब तक घोले जब तक पानी में नमक और चीनी दिखाई देना बंद हो जाए या अच्छी तरह से घुल जाए।