NEET Full Form -हम सभी का अपने करियर को लेकर कोई ना कोई सपना होता ही है कोई इंजीनियर बनना चाहता है, तो कोई पुलिस, तो कोई बैंक मैनेजर और तो कोई डॉक्टर बनना चाहता है। हमें अपने करियर के बारे में 10वीं और 12वीं के बाद ही डिसाइड करना होता है, कि हमें अब किस फील्ड में जाना है। आज हम बात करेंगे नीट फुल फॉर्म के बारे में। NEET की तैयारी हमें पूरे जोश और लगन से कड़ी मेहनत से करनी होती है तो ही हमें सफलता मिलती है।
NEET के बारे में जानकारी हम google, youtube इंटरनेट से आसानी से पा सकते हैं। NEET एक प्रकार का नेशनल लेवल का एक टेस्ट होता है, जो NTA (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) के माध्यम से नीट की परीक्षा आयोजित की जाती है। MBBS, BDS तथा AYUSH जैसे कोर्सों में एडमिशन पाने के लिए NEET की परीक्षा देनी होती है। अगर आपको मेडिकल लाइन में जाना है तो आपको यह परीक्षा पास करनी ही पड़ेगी। यह एग्जाम मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए पास करना बहुत ही जरूरी होता है।
पूरे इंडिया में MBBS, BDS तथा AYUSH प्रोग्राम के एडमिशन इसी परीक्षा के आधार पर ही होते हैं। नीट को इंडिया में 2016 से पहले AIPMT ( ऑल इंडिया प्री मेडिकल टेस्ट ) के नाम से जाना जाता था। लेकिन 2016 के बाद अब AIPMT को नीट के नाम से जाना जाता है।
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NEET Full Form In Hindi-नीट क्या है?
यह एक एंट्रेंस टेस्ट होता है, जिसे आप 12वीं के बाद दे सकते हैं। अगर आपको एमबीबीएस, बीडीएस, एमएस कोर्सों की पढ़ाई करनी है तो इन कोर्सो की पढ़ाई के लिए एक अच्छे कॉलेज की जरूरत होती है, और तभी एक डॉक्टर को अच्छी शिक्षा दे कर मरीज का उपचार करने के काबिल बनाया जाता है। NEET परीक्षा को पास करने के बाद स्टूडेंट को किसी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन मिलता है, फिर वह एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष कोर्सेज की पढ़ाई कर सकते है। इसमें स्टूडेंट को अपनी पसंद के मुताबिक कोर्स को चुनना होता है।
अगर आपको NEET की तैयारी करनी है तो 10th और 12th में आपके कम से कम 50% मार्क्स होने चाहिए। तभी आप नीट का एग्जाम दे सकते हैं। इसके अलावा अगर आपने आपके भविष्य को लेकर यह सोच रखा है कि मुझे डॉक्टर ही बनना है तो आपके पास 12th मे फिजिक्स केमेस्ट्री बायोलॉजी के साथ इंग्लिश का होना बहुत ही जरूरी है। अगर आपको डॉक्टर ही बनना है तो आपको साइंस का सब्जेक्ट ही चुनना होता है। जो सब्जेक्ट है आप चुनते हैं उनमें फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी का होना जरूरी है।
जिससे कि आपको नीट की परीक्षा देने में आसानी होती है। इस परीक्षा को क्वालीफाई करने में बहुत मदद मिलती है। इस बात का ख्याल रखें कि यह कोर्स करने के लिए आपके उम्र 17 से 25 वर्ष तक ही होनी चाहिए। अगर कोई स्टूडेंट sc-st है तो वह 30 वर्ष उम्र तक की छूट मिल जाती है। NEET का एग्जाम पास करना बहुत ही मुश्किल होता है। इसे पास करने के लिए आपको बहुत ही ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है तभी आप इस एग्जाम को पास कर सकते हैं। इसके बाद के पढ़ाई आप फिर एक अच्छे कॉलेज से कर सकते हैं।
नीट के एग्जाम की तैयारी कैसे करें-
इस एग्जाम को देने से पहले स्टूडेंट को इसकी पूरी जानकारी होना बहुत ही जरूरी है।
- सबसे पहले आपको आपकी पढ़ाई का टाइम सेट करना होगा।
- 12th में आपके पास जो सब्जेक्ट थे साइंस,बायोलॉजी, भौतिक रसायन विज्ञान इन सब्जेक्ट पर काफी ध्यान देना होगा।
- इसके अलावा जंतु विज्ञान तथा वनस्पति विज्ञान पर स्टूडेंट का फोकस होना बहुत ही जरूरी है।
- अगर आपको लगता है कि आप किसी एक विषय में कमजोर हैं तो आपको उस विषय को लेकर पढ़ाई करने का ज्यादा वक्त देना होगा।
- अगर आपको कोई अच्छी कोचिंग सेंटर मिलती है तो आप उसे ज्वाइन करें।
- सबसे जरूरी बात आपको पुराने पेपर भी पढ़ने चाहिए जिससे कि आपको जानकारी मिलती रहे की NEET का पेपर किस तरह का होता है।
NEET का एग्जाम कितनी बार होता हैं-
NEET का एग्जाम साल में एक ही बार होता है। और अगर स्टूडेंट इस परीक्षा में पास हो जाते हैं तो उन्हें किसी सरकारी कॉलेज या प्राइवेट कॉलेज मैं एडमिशन मिल जाता है। और अगर जो स्टूडेंट्स इस एग्जाम में पास नहीं होते हैं तो वह नेक्स्ट ईयर वापस एग्जाम दे सकते हैं।
नीट का एग्जाम कब होता है-
NEET का ऑफिशियल नोटिस नवंबर तक आ जाता है। और मई तक इसका एग्जाम हो जाता है। इसकी जानकारी मालूम रखना बहुत ही जरूरी है।
नीट एग्जाम का टाइम-
इस एग्जाम में बैठने के लिए आपको 3 घंटे मिलते हैं। इन्हें 3 घंटों में आपको सारे सवालों का जवाब देना होता है। इसके अलावा कोई भी एक्स्ट्रा टाइम नहीं दिया जाता है।
NEET एग्जाम कैसे होता है-
NEET एग्जाम ऑफलाइन ही कराया जाता है। इसमें आपको आपके पैन के द्वारा पेपर पर ही एग्जाम देना होता है। पेपर पर ही सारे सवालों के आंसर देने होते हैं।
NEET के एग्जाम में questions किस प्रकार के होते हैं-
इसमें ऑब्जेक्टिव सवाल होते हैं, यानी एक सवाल के चार विकल्प होते हैं जिसमें से आपको कोई एक ही विकल्प चुनना होता है। अगर आपका वह सवाल सही होता है तो आपको पूरे चार नंबर मिलते हैं। और अगर आपका आंसर गलत होता है तो आपका एक नंबर काट लिया जाता है।
किस भाषा में आपको नीट का एग्जाम देना होता है-
नीट का एग्जाम पेपर इंग्लिश और हिंदी दोनों में होता है। यह आपके ऊपर डिपेंड होता है कि आप कौन सी भाषा चुनते हैं। इसके अलावा यह पेपर अलग-अलग राज्यों की मातृभाषा मैं भी होता है।
NEET करने के फायदे-
- 1. नीट परीक्षा पास करने के बाद स्टूडेंट को कोई भी सरकारी कॉलेज में शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिल जाता है।
- 2. और सबसे बड़ा फायदा प्राइवेट में आपके पैसे बहुत ज्यादा खर्च हो जाते हैं और अगर सरकारी कॉलेज से आप करते हैं तो आपका खर्चा कम होगा।
- 3. अगर आप नीट की परीक्षा पास कर लेते हैं तो आप की गिनती एक अच्छे स्टूडेंट्स में होती है और आप एक अच्छे स्टूडेंट कहलाते हैं ।