RIP Full Form (पूरा नाम) “Rest In Peace” होता है। जिसको हिंदी में हम “शांति से आराम करें” भी कह सकते है। इस शब्द की उत्पत्ति latin भाषा के शब्द ‘Requiescat In Peace’ से हुई थी। इस शब्द का उपयोग लोग जब किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तब उसे श्रद्धांजलि देने के लिए किया करते है।
जिस व्यक्ति की मृत्यु हुई है उस व्यक्ति को सम्मान देने के लिए उसकी आत्मा की शांति के लिए ही इस शब्द का प्रयोग किया जाता है। इस शब्द का उपयोग हमें ज्यादातर social media platforms जैसे facebook, instagram और अन्य जगहों पर देखने के लिए मिल जाता है। यहाँ लोग किसी व्यक्ति को श्रद्धांजलि देने के लिए उन posts पर RIP शब्द comment करते हुए दिखेगें।
RIP full form -रिप का मतलब क्या है?
हम जानते है कि, प्रत्येक धर्म मे व्यक्ति की मृत्यु होने बाद के सांस्कृतिक और धार्मिक प्रक्रिया अलग-अलग प्रकार की होती है। हिंदुओ में व्यक्ति की मृत्यु के बाद मृत शरीर को जला दिया जाता है और अंतिम संस्कार कर दिया जाता है। इसी तरह से ईसाई धर्म के लोग व्यक्ति की मृत्यु उपरांत उस व्यक्ति की आत्मा की शांति के लिए Rest in Peace(RIP) शब्द का उपयोग करते हुए अंतिम संस्कार करते है। इसके अनुसार वे मृत व्यक्ति को एक कब्र में लेटा देते है और उनकी कब्र पर REST IN PEACE शब्द लिख देते है।
मुस्लिम धर्म के लोग भी अंतिम संस्कार करने के लिए व्यक्ति को जमीन में गाड़ देते है। इन सभी धर्मों का मानना है कि एक दिन ख़ुदा “कयामत का दिन”(Judgement Day) लेकर आएगा और ये सभी गड़े (दफन) हुए व्यक्तियों के शव एक बार फिर से जीवित हो जाएंगे। “कयामत के दिन” की प्रतीक्षा करने के लिए इन सभी को इंतजार करना है इसीलिए ये तब तक आराम से सोयें (Rest in peace)।
यह शब्द अलग अलग धर्म और देश के अनुसार और भाषा के अनुरूप बदलते हैं। लेकिन वास्तव में इन सभी का अर्थ व्यक्ति को मृत्यु के बाद शांति मिले या उसके लिए श्रद्धांजलि देते हुए शोक प्रकट करने के लिए किया जाता है। RIP शब्द का प्रयोग मुख्यतः ईसाई धर्म के लोग या मुस्लिम धर्म के लोगों को श्रद्धांजलि (अंतिम विदाई) देने के लिए किया जाता है।