आज का हमारा आर्टिकल SEBI Full Form है। इस आर्टिकल में हम आपको SEBI से संबंधित जानकारी देंगे।
SEBI Full Form क्या है?
SEBI Full Form Security and Exchange Board Of India है। SEBI का हिंदी अर्थ भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड है।
SEBI क्या है?
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड भारत में स्थित प्रतिभूतियों और वित्त का एक संस्थान है। इसकी स्थापना 12 अप्रैल सन् 1988 में हुई थी। SEBI का मुख्यालय मुंबई के बांद्रा कुर्ला में स्थित है। इसके अन्य कार्यालय नई दिल्ली कोलकाता चेन्नई और अहमदाबाद में स्थित है। सेबी के अंतर्गत 20 विभाग सूचीबद्ध है तथा सेबी इन विभागों के आधार पर भारतीय वित्त बाजार की स्थिति को नियंत्रित करता है। यह विभाग इस प्रकार है-:
- कमोडिटी डेरिवेटिव्स मार्केट रेगुलेशन डिपार्टमेंट ( CDMRD)
- कॉरपोरेशन फाइनेंस डिपार्टमेंट ( CFD)
- डिपार्टमेंट ऑफ इकनोमिक एंड पॉलिसी एनालिसिस ( DEPA)
- डिपार्टमेंट ऑफ डेबट एंड हाइब्रिड सिक्योरिटी (DDHS)
- इंफोर्समेंट डिपार्टमेंट – 1 (EFD1)
- इंफोर्समेंट डिपार्टमेंट – 2 (EFD2)
- एंक्वायरी एंड एडजुडिशीयन डिपार्टमेंट ( EAD)
- जनरल सर्विस डिपार्टमेंट ( GSD)
- ह्यूमन रिसोर्स डिपार्टमेंट (HRD)
- इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट ( ITD)
- इंटीग्रेटेड सर्विलांस डिपार्टमेंट ( ISD)
- इन्वेस्टीगेशन डिपार्टमेंट ( IVD)
- इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट डिपार्टमेंट ( IMD )
- लीगल अफेयर्स डिपार्टमेंट ( IAD)
- मार्केट इंटिमिटीडियर रेगुलेशन एंड सुपरविजन डिपार्टमेंट ( MIRSD)
- मार्केट रेगुलेशन डिपार्टमेंट ( MRD)
- ऑफिस ऑफ इंटरनेशनल अफेयर्स ( OIA)
- ऑफिस ऑफ इन्वेस्टर असिस्टेंस एंड एजुकेशन ( OIAE )
- ऑफिस ऑफ द चेयरमैन ( OCH)
- रीजनल ऑफिसेज (Ro’s )
SEBI के कार्य क्या है?
सेबी का प्रमुख उद्देश्य भारतीय स्टॉक बाजार में उपस्थित निवेशकों को सुरक्षित माहौल उपलब्ध कराना है तथा भारतीय प्रतिभूतियों के विनियमन तथा प्रक्रियाओं का विस्तार एवं विकास करना है। सेबी एक गैर वैधानिक संगठन है परंतु एक्ट 1992 के तहत उसे संवैधानिक दर्जा प्रदान कर दिया गया है। सन 1995 में भारत सरकार द्वारा एक अध्यादेश जारी किया गया था जिसके अंतर्गत पूंजी के निर्गमन, प्रतिभूतियों के हस्तांतरण तथा अन्य संबंधित मामलों के लिए सेबी को संविधान में शक्ति प्रदान कर दी गई थी। सेबी के अन्य कार्य निम्नलिखित है-:
- सेबी का प्रथम कार्य भारतीय स्टॉक बाजार में उपस्थित निवेशकों को उनकी पूंजी के प्रति सुरक्षित माहौल उपलब्ध कराना है तथा प्रतिभूतियों के विनियमन एवं विकास की दिशा में उचित दिशा-निर्देशों को संचालित करना है।
- सेबी का दूसरा कार्य स्टॉक एक्सचेंज तथा अन्य किसी भी प्रतिभूति बाजार से संबंधित व्यवसाय का संचालन करना है।
- सेबी का तीसरा कार्य stock brokers, sub brokers, share transfer agent, trustees, merchant bankers, under ritors, gold exchange, portfolio manager आदि को भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड के अंतर्गत पंजीकृत करना तथा उनके कार्यों का संचालन करना है।
- सेबी का चौथा कार्य भारतीय म्यूच्यूअल फंड में शामिल योजनाओं को भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड के अंतर्गत पंजीकृत करना तथा इन योजनाओं को संचालित करना है।
- सेबी का पांचवा कार्य भारतीय प्रतिभूति बाजार में अनैतिक व्यवसाय व्यवहारों को बाजार से समाप्त करना है तथा उचित व्यवसाय व्यवहारों को संचालित करना है।
- सेबी का छठा कार्य भारतीय प्रतिभूति बाजार से जुड़े कार्यकर्ताओं तथा निवेशकों को प्रशिक्षित करना एवं शिक्षित निवेशकों की प्रतिभा को प्रोत्साहन प्रदान करना है।
- सेबी का सातवा कार्य प्रतिभूतियों की इंसाइडर ट्रेडिंग पर प्रतिबंध लगाना है।
इस आर्टिकल में हमने आपको सेबी से संबंधित जानकारी प्रदान की है। उम्मीद करते हैं आपको हमारा आर्टिकल पसंद आया होगा।