आज का हमारा आर्टिकल ‘SEBC Full Form’ है। इसमें हम आपको SEBC क्या होता है, सामाजिक और शैक्षणिक पिछड़ा वर्ग क्या है? राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग क्या है? आदि इससे संबंधित सभी जानकारी प्रदान करेंगे।
SEBC FULL FORM क्या है ?
SEBC FULL FORM ‘Socially And Educationally Backwards Classes है तथा SEBS का हिंदी अर्थ ‘सामाजिक और शैक्षणिक पिछड़ा वर्ग’ है।
सामाजिक और शैक्षणिक पिछड़ा वर्ग (SEBC) क्या है?
सामाजिक और शैक्षणिक पिछड़ा वर्ग ( SEBC) वह समुदाय है जो सामाजिक एवं शैक्षणिक रूप से गरीबी, अस्थिरता तथा आर्थिक समस्याओं से हर क्षेत्र में कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। यह वर्ग को अनुसूचित जाति और जनजाति की भांति अपनी समस्याओं को बताने का संवैधानिक दर्जा प्राप्त नहीं था न ही इस वर्ग के लिए किसी प्रकार का आयोग था परंतु वर्तमान में पिछड़ा वर्ग के सामाजिक और शैक्षणिक विकास हेतु राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग कार्यरत हैं।
सामाजिक और शैक्षणिक पिछड़ा वर्ग आयोग क्या है?
What Is a Socially and Educationally Backwards Classes Organization ?
सामाजिक और शैक्षणिक पिछड़ा वर्ग आयोग पिछड़े वर्ग को अन्य वर्ग की भांति संवैधानिक दर्जा देने के लिए बनाया गया है। इससे पहले पिछड़ा वर्ग को अपनी बात कहने और उसके समाधान के लिए किसी भी प्रकार का संवैधानिक दर्जा प्राप्त नहीं था। परंतु इस आयोग के तहत अब यह दर्ज़ा उन्हें दिया गया है। अब पिछड़ा वर्ग की समस्याओं तथा उनके निवारण एवं विकास हेतु यह आयोग कार्यरत हैं।
राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग क्या है?
What Is the National Backward Classes Organization?
102वां संविधान संशोधन अधिनियम के तहत साल 2018 में राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जे की प्राप्ति हुई। यह सामाजिक तथा शैक्षिक रूप से पीड़ित पिछड़े वर्ग की समस्याओं को सुनने तथा उनके समाधान हेतु गठित किया गया है।
राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के कार्य क्या है?
राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग पिछड़े समुदाय की समस्याओं पर गहन रूप से विचार करता है तथा इसके साथ इसके निम्नलिखित कार्य है-:
- यह आयोग सामाजिक और शैक्षिक पिछड़ा वर्ग हेतु संवैधानिक अधिकारों के तहत उनके मामलों की जांच करता है।
- राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग पिछड़े वर्ग की आर्थिक तथा सामाजिक गतिविधियों में शामिल होकर उन्हें सही दिशा देना तथा उनके विकास हेतु समाधानों को नियंत्रित करता है।
- यह पिछड़ा वर्ग के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- इस वर्ग के सुरक्षा उपायों की एक रिपोर्ट यह सालाना राष्ट्रपति को भेजता है।
- इस वर्ग की विद्यार्थियों की शैक्षिक आधारशिला भी इसके अधीन की जाती है।
- पिछड़ा वर्ग को अन्य वर्ग की भांति अपनी बात कहने और सुनने का अधिकार देना इस आयोग के अंतर्गत आता है।